yamak alankar ke udaharan यमक अलंकार के उदाहरण

प्रतियोगी परीक्षाओं में यमक अलंकार (yamak alankar) से प्रश्न तो पूछ ही लिये जाते हैं। जब मैं अपने कैरियर के लिये सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था तब भी मैने परीक्षा प्रश्न पत्र में यमक अलंकार से सम्बन्धित प्रश्न पाया था

यमक अलंकार की परिभाषाः

यमक अलंकार द्वारा एक ही शब्द द्वारा दो अर्थों को संकेत किया जाता है।  इसमें अद्वियता और विनोद  का भाव प्रकट होता है। यहाँ नीचे मैं यमक अलंकार के उदाहरण (yamak alankar ke udaharan) प्रस्तुत कर रहा हूँ।

  • आँखों के द्वीपक गगन में चमक रहे हैं। (यहां “द्वीपक” शब्द दो अर्थों को सूचित कर रहा है – प्रकाश का स्रोत और प्रेम का प्रकटार्थ।)
  • गुजरा वक्त गुजरी संध्या में। (यहां “गुजरा” शब्द दो अर्थों को सूचित कर रहा है – वक्त की गति और पल जो बीत गया है।)
  • मन का दरिया, प्यासा परिन्दे तू। (यहां “दरिया” शब्द दो अर्थों को सूचित कर रहा है – नदी का दरिया और मन की अतीत की झरना।)
  • विद्यालय के ग्रंथालय में खुशबू फैली हुई है। (यहां “ग्रंथालय” शब्द दो अर्थों को सूचित कर रहा है – पुस्तकों का संग्रहालय और अध्ययन का स्थान।)
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यमक अलंकार के उदाहरण

यमक अलंकार व अन्य अलंकार के उदाहरण

1. चरर मरर खुल गये अरर रवस्फुटों में कौन सा अलंकार है?
क) अनुप्रास
ख) यमक
ग) श्लेष
घ) उत्प्रेक्षा
  उत्तर क) अनुप्रास

2. कोई भी छन्द विभक्त रहता है ।
क) यति में
ख) चरणों में
ग) क, और ख  दोनों
घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर ग) क,  और ख, दोनों

3. श्रृंगार रस का स्थायी भाव है
क) शोक
ख ) उत्साह
ग) रति
घ) हास
उत्तर  ग) रति

4. जिस छन्द में चारों चरणों में समान मात्राएँ हों उस कहते  हैं-
क) विषम मात्रिक छन्द
ख) सम मात्रिक छन्द
ग) अर्द्धसम मात्रिक छन्द
घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर ख) सम मात्रिक छन्द

5. किलक झरे मैं नेह निहारूँ/इन दाँतों पर मोती वारूँ।।, इन पंक्तियों में रस है
क) वीर
ख) वात्सल्य
ग) शान्त
घ) श्रृगार
उत्तर ख) वात्सल्य रस

6. बड़े न हुजे गुनन बिनु विरद बड़ाई पाय।
    कहत धतूरे सों कनक,गहनों गढ़ो न जाय।। 
       उपरोक्त पंक्ति में अलंकार  है
क) श्लेष
ख) विरोधाभास
ग) अर्थान्तरन्यास
घ)  वक्रोक्त
उत्तर ग) अर्थान्तरन्यास

7.  चरण कमल बन्दौ हरि राई , में कौन – सा अलंकार है ?
क) रूपक
ख) श्लेष
ग) अतिशयोक्ति
घ) उपमा
उत्तर क) रूपक

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8. वात्सल्य रस की सर्वप्रथम चर्चा किसने की?
क) भरत
ख) मम्मट
ग) अभिनवगुप्त
घ) विश्वनाथ
उत्तर ख) मम्मट

9. छन्द कितने प्रकार के होते है?
क) एक
ख) दो
ग) तीन
घ) चार
उत्तर ख) दो

10. “विस्मय” कौन- सा भाव है?
क) संचायी
ख) स्थायी
ग) विभाव
घ) अनुभाव
उत्तर  ख) स्थायी

11. निम्नलिखित में सम मात्रिक छन्द है
क) सोरठा
ख) दोहा
ग) चौपाई
घ) ये सभी
उत्तर ग) चौपाई

12. “ बिटपी बिटपी  बँधी पड़ी रह गई मोह के पाश में” इस पंक्ति में अलंकार है-
क) वृत्यानुप्रास
ख) श्रृत्यानुप्रास
ग) अन्त्यानुप्रास
घ) लाटानुप्रास
उत्तर ख) श्रृत्यानुप्रास

13. “दीप सा हिय जल रहा है, कह दो तुम्हीं कैसे बुझाऊँ” में अलंकार है
क) लुप्तोपमा
ख) मालोपमा
ग) पूर्णोपमा
घ) उपमेयोपमा
उत्तर ग) पूर्णोपमा

14. “मूक होई वाचाल,पंगु चढ़ै गिरिवर गहन।
       जासु कृपा सो दयाल, द्रवहूँ सकल कलिगाल दहन ।।
      उपरोक्त में कौन सा छन्द है?
क) दोहा
ख) सोरठा
ग) सवैया
घ) चौपाई
उत्तर ख) सोरठा

15. उत्साह स्थायी भाव जब विभाव, अनुभाव और संचारी भावों में परिपुष्ट होकर आस्वाद्य हो जाता है, तब कौन – सा रस होता  है?
क) श्रृंगार रस
ख) रौद्र रस
ग) वीर रस
घ) करूण रस
उत्तर क) श्रृंगार रस

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16. “ तन्त्रीनाद कवित्त रस, सरस राग रतिरंग।
       अनबूड़े बूड़े तिरे, जे बूड़े सब अंग।।
       उपरोक्त पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?
क) परिसंख्या
ख) विभावना
ग) विरोधाभास
घ) असंगति
उत्तर ग) विरोधाभास

17. “तीन बरस तक कुत्ता जीवे,सौ तेरह तक जीयै सियार।
       बरस अठारह छत्री जीवे,आगे जीवन को धिक्कार।।”
उपरोक्त पंक्ति में छन्द है
क) सवैया
ख) आल्हा
ग) छप्पय
घ) घनाक्षरी
उत्तर ख) आल्हा

18. “मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरो न कोई।
        जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई।।”
         उपरोक्त पंक्ति में कौन सा रस है-
क) शान्त
ख) श्रृंगार
ग) करूण
घ) हास्य
उत्तर ख) श्रृंगार

19. जहाँ सामान्य बात को विशेष बात से तथा विशेष बात का सामान्य बात से समर्थन किया जाए वहाँ होता  है-
क) तद्गुण
ख) संकर
ग) अर्थान्तरन्यास
घ) श्लेष
उत्तर ग) अर्थान्तरन्यास

20. “सुनु सिय सत्य असीस हमारी।
         पूजहिं मन कामना  तुम्हारी।।
      उपरोक्त पंक्तयों में छन्द  है-
क) बरवै
ख) सोरठा
ग) दोहा
घ) चौपाई
उत्तर ग) दोहा

21. जहाँ उपमेय में उपमान की सम्भावना की  जाए, वहाँ अलंकार होता है
क) उपमा
ख) उत्प्रेक्षा
ग) रूपक
घ) भ्रान्तिमान
उत्तर ख) उत्प्रेक्षा

22. “शोभित कर नवनीत लिए
       घुटरूनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए”
        उपरोक्त पंक्तियों में कौन सा रस है?
क) वात्सल्य
ख) करुण
ग) श्रृंगार
घ) शान्त
उत्तर क) वात्सल्य

23. “रहिमन पानी राखिए , बिन पानी सब सून।
       पानी गए न उबरे, मोती मानुष चून।।”
      उपरोक्त पंक्तयों में छन्द ह
क) सोरठा
ख) दोहा
ग) चौपाई
घ) बरवै
उत्तर ख) दोहा

“ दीप-सा मन जल चुका”। इस पंक्ति में वाचक शब्द है
क) दीप
ख) मन
ग) सा
घ) जल  चुका
उत्तर ग) सा

25. साधुर्य गुण का किस रस में प्रयोग होता है?
क) शान्त
ख) श्रृंगार
ग) रौद्र
घ) भयानक
उत्तर ख) श्रृंगार

अलंकार के बहुविकल्पीय प्रश्न (यमक अलंकार)

 

Alankar ke udaharan (अलंकार के उदाहरण) से सम्बन्धित परीक्षा में भर भर के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिये नीचे के प्रश्नो को जरुर ध्यान से पढ़ें-

26. शिल्पगत आधार पर दोहे से उल्टा छन्द है
क) रोला
ख) चौपाई
ग) सोरठा
घ) बरवै
उत्तर ग) सोरठा

27. छन्दशास्त्र में वर्ण होते है
क)  तीन प्रकार के
ख) दो प्रकार के
ग) चार प्रकार के
घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर ख) दो प्रकार के

28. शिखरिणि छन्द है-
क) वार्णिक
ख) अर्द्ध मात्रिक
ग) सम मात्रिक
घ) विषम मात्रिक
उत्तर क) वार्णिक

29. उसका मुख चन्द्रमा के समान सुन्दर है  । इस वाक्य में साधारण धर्म है
क) मुख
ख) चन्द्रमा
ग) के समान
घ) सुन्दरता
उत्तर घ) सुन्दरता

30. जहाँ एक शब्द या शब्द समूह अनेक बार आए किन्तु उनका अर्थ प्रत्येक बार भिन्न हो वहाँ अलंकार है
क) यमक
ख) श्लेष
ग) वीप्सा
घ) अनुप्रास
उत्तर क) यमक

31. अर्द्धसम मात्रिक जाति का छन्द है
क) रोला
ख) दोहा
ग) चौपाई
घ) कुण्डिया
उत्तर ख) दोहा

32. “प्रिय पति व मेरा प्राण प्यारा कहां है?
        दुख जलनिधि-डूबी का सहारा कहाँ है?
      इन पंक्तियों में कौन-सा स्थायी भाव है?
क) विस्मय
ख) रति
ग) शोक
घ) क्रोध
उत्तर ग) शोक

जहाँ एक ही शब्द के अनेक अर्थ निकलते हैं, वहाँ अलंकार है
क) यमक
ख) अनुप्रास
ग) पुनरूक्ति प्रकाश
घ) श्लेष
उत्तर घ) श्लेष

34. “ कनक –कनक ते सौगुनी , मादकता अधिकाय।
        वा खाएँ बौराय नर, या पाए बौराय।।”
       उपरोक्त पंक्तयों में अलंकार  है

क) उपमा
ख) अनुप्रास
ग) श्लेष
घ) यमक
उत्तर घ) यमक

35. जहाँ सममात्रिक छन्द और चार चरण होते है, वहाँ छन्द है
क) दोहा
ख) सोरठा
ग) गीतिका
घ) चौपाई
उत्तर घ) चौपाई

36. रौद्र रस का स्थायी भाव है
क) भय.
ख) घृणा
ग) क्रोध
घ) उत्साह
उत्तर ग) क्रोध

37. “ तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती है” में अलंकार है
क) अनुप्रास
ख) श्लेष
ग) यमक
घ) अन्योक्ति
उत्तर ग) यमक

अनुप्रास, श्लेष, यमक अलंकार के उदाहरण भी पढ़ें

यहाँ नीचे कुछ अनुप्रास अलंकार, श्लेष अलंकार के उहादरण दिये गये हैं। इन बहुविकल्पीय प्रश्नों को बार बार पढ़ें और कण्ठस्य करें ताकि आपको आने वाले परीक्षा में इसका भरपूर लाभ मिल सके।

38. “अति मलीन वृषभानुकुमारी।
        अधोमुख रहति, उरध नही चितवत,ज्यों गथ हारे थकित जुआरी।
       छूटे चिहुर बदन कुम्हिलानो,ज्यों नलिनी हिमकट की मारी।।”
       उपरोक्त पंक्ति में अलंकार है-
क) अनुप्रास
ख) उत्प्रेक्षा
ग) रूपक
घ) उपमा
उत्तर ख) उत्प्रेक्षा

39. उधो मोहि ब्रज विसरत नाही।
     हंससुता की सुन्दर कमरी और द्रुमन की छाँही।।
    उपरोक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है?
क) श्रृंगार रस
ख) हास्य रस
ग) वीर रस
घ) करूण रस
उत्तर क) श्रृंगार रस

40. “ नहीं पराग नहिं मधुर मधु,नहिं विकास इहि काल।
अली कली ही सों बिंध्यौ, आगे कौन हवाल।।”
उपरोक्त पंक्तियों में अलंकार है?
क) रूपक
ख) श्लेष
ग) अन्योक्ति
घ) उत्प्रेक्षा
उत्तर ग) अन्योक्ति

41. “उस काल मारे क्रोध के, तन काँपने उसका लगा।
        मानों हवा के जोर से, सोता हुआ सागर जगा।।
        उपरोक्त पंक्तयों में रस है
क) वीर
ख) रौद्र
ग) अद्भुत
घ) करुण
उत्तर ख) रौद्र
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42. चार चरण वाला सममात्रिक छन्द जिसमें 28 मात्राएँ होती है, वह है

क) सोरठा

ख) कुण्डलिया
ग) हरगीतिका
घ) रोला
उत्तर ग) हरगीतिका

43. “सुनि केवट के बैन, प्रेम लपेटे अटपते।
       बिहँसे करूना नैन, चितई जानकी लखन तन।।”
उपरोक्त पंक्तियों में छन्द है
क)दोहा
घ) बरवै
ग) छप्पय
घ) सोरठा
उत्तर घ) सोरठा

44. एक ओर अजगरहि लखि, एक ओर मृगराय।
       बिकल बटोही बीच  ही, परयों मूरछा खाय।।
उपरोक्त पंक्तियों में रस है
क) शान्त
ख) रौद्र
ग) भयानक
घ) अद्भुत
उत्तर ग) भयानक

45.”रहिमन जो गति दीप की, कुल कपूत गति सोय।
        बारे उजियारै लगै, बढ़े अँधेरा होय”।।
    उपरोक्त पंक्तियों में अलंकार है
क) उपमा
ख) रूपक
ग) यमक
घ) श्लेष
उत्तर घ) श्लेष

46. “ध्वनि मयी कर के गिरि-कन्दरा,
        कलित-कानन-केलि-निकुंज को।” 
         उपरोक्त पंक्तियों में अलंकार है।

क)  छेकानुप्रास
ख) वृत्यानुप्रास
ग)  लाटानुप्रास
घ) यमक
उत्तर ग) लाटानुप्रास

47.  अवधि शिला का उर पर था गुरू भार।
        तिल-तिल काट रही थी दृग जल धार।।
   उपरोक्त पंक्तियों में छन्द है
क) दोहा
ख) सोरठा
ग) रोला
घ) बरवै
उत्तर घ) “ सोक विकल एव रोबहिं रानी।

शान्त रस, वियोग रस, करुण रस के प्रमुख बहुविकल्पीय प्रश्न

आने वाले सभी परीक्षाओं के लिये रस वाला टापिक बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि भारत के लिये हि्ंदी भाषा एक अलग महत्व रखती है। इसलिये आप सभी दोस्तों से आग्रह है कि आप लोग इस पोस्ट को अवश्य आखिरी तक पढ़ें।

48.  रूप सोलु बल तेज बखानी
        करहिं बिलाप अनेक प्रकारा।
        परहिं भूमितल बारहिं बारा।।”
       उपरोक्त पंक्तियों में रस है
क) शान्त
ख) वियोग श्रृंगार
ग) करुण
घ) वात्सल्य
उत्तर ख) वियोग श्रृंगार

49. “ कुन्द इन्दु सन देह, उमर रमर वरूण अमन” में कौन –सा अलंकार है?
क) श्लेष
ख) उपमा
ग) अनुप्रास
घ) रूपक
उत्तर घ) रूपक

50. जहाँ बिना कारण के कार्य का होना पाया जाए वहाँ कौन-सा अलंकार होता  है ?
क) विरोधाभास
ख) विशेषोक्ति
ग) विभावना
घ) भ्रान्तिमान
उत्तर ग) विभावना

51. “हम जो कुछ देख रहें है,सुन्दर है सत्य नहीं है।यह दृश्य जगत भासित  है, बिन कर्म शिवत्व नहीं है।”
क) 14-14 मात्राओं की यति से 28 मात्राओं वाला मात्रिक छन्द
ख) 10- 10 वर्णो की यति से 20 वर्णो वाला वर्णिक छन्द
ग) 13-13 मात्राओं की यति से 26  मात्राओं वाला मात्रिक छन्द
घ) 15-15 मात्राओं की यति से 30 मात्राओं वाला मात्रिक छन्द
उत्तर  ख) 10-10 वर्णो की यति से 20 वर्णो वाला वर्णिक छन्द

52. जहाँ उपमेय में अनेक उपमानों की शंका होती है । वहाँ कौन-सा अलंकार होता है?
क)यमक
ख) श्लेष
ग) सन्देह
घ) भ्रान्तिमान
उत्तर ग) सन्देह

53. पूत कपूत तो क्यों धन संचय
      पूत सपूत तो क्यों धन संचय ।।
 उपरोक्त पंक्तियों में कौन-सा अलंकार  है?
क) छेकानुप्रास
ख) लाटानुप्रास
ग) वृत्यानुप्रास
घ) अन्त्यानुप्रास

उत्तर क) छेकानुप्रास

54.वीर या आल्हा किस जाति का छन्द है?
क) वर्णिक
ख) मात्रिक
ग) अर्द्धसम मात्रिक
घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर ग) अर्द्धसम मात्रिक

55. वीर रस का स्थायी भाव क्या होता है?
क) रति
ख) उत्साह
ग) हास्य
घ) क्रोध
उत्तर ख) उत्साह

56. किस रस को रसराज कहा जाता है?
क) हास्य
ख) श्रृंगार
ग) वीर
घ)शान्त
उत्तर ख) श्रृंगार

57. “उसी तपस्वी से लम्बे थे, देवदारू दो चार खड़े”
       उपरोक्त पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
क) अनुप्रास
ख) प्रतीप
ग)रूपक
घ) यमक
उत्तर ख) प्रतीप
मन्दाक्रान्ता छन्द है
क) मात्रिक
ख) सम मात्रिक
ग) वार्णिक
घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर ख) सम मात्रिक

यूपी, बिहार, मध्य-प्रदेश के समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये अलंकार का ज्ञान होना अति आवश्यक हो गया है। अलंकार की परिभाषा के साथ उदाहरण भी आपको याद करना होगा। जैसे यमक अलंकार के उदाहरण श्लेष अलंकार के उदाहरण, रुपक अलंकार के उदाहरण इत्यादि।

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