Some Important Devices of Data Communication System
Some Important Devices of Data Communication System :- यह एक ऐसा उपकरण है जिसके द्वारा एक कम्प्यूटर को डाटा संचरण करने हेतु टेलीफोन लाइन से जोड़ा जा सकता हैं। इसके द्वारा ही हम टेलीफोन कनेक्शन के माध्यम से किसी भी कम्प्यूटर को इंटरनेट से जोड़कर सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते हैं।
मॉडम (MODEM)
डिजिटल संकेट, एनालॉग माध्यम वाली फोन लाइन पर प्रेषित नहीं हो सकते है, क्योंकि कम्प्यूटर डाटा को डिजिटल संकेतो के रुप में संचारित करता है, जबकि टेलीफोन लाइन डाटा को एनालॉग संकेतों के रुप में संचालित करती हैं। इसलिए डिजिटल संकेतों (1 तथा 0) लको एनालॉग संकेतों में परिणत करने हेतु टेलीफोन लाइन के दोनों सिरों पर, प्राप्तकर्ता औऱ प्रेषक केम्प्यूटरो में मॉडम (MODEM) उपकरण द्वारा जोड़ दिया जाता हैं। कारण मॉडम एक ऐसा उपकरण है जो डिजिटल संकेतों को एनालॉग संकेतों में परिणत करने का कार्य करता है तथा पुनः एनालॉगर सकेतों को डिजिटल संकेतों में परिमत करने का कार्य करता हैं।
मॉडम (MODEM)
डिजिटल संकेतों का एनालॉग में परिवर्तन की क्रिया माड्लेशन (Modulation) तथा एनालॉग का डिजिटल में परिवर्तन की क्रिया डी- माड्यूलेशन (De- Modulation) कहलाती हैं। अर्थात माड्यूलेशन औऱ डि- माड्युलेशन, इन दोनों क्रियाओं को सम्पन्न करने वाले इस उपकरण को मॉडम (MODEM = Modulation+ Demodulation……..) कहा जाता हैं। मॉडम की डाटा प्रेषण गति को बिट (Bit) प्रति सेकण्ड अर्थात BPS से मापा जात है। आज आधुनिक परिवेश में माइक्रो कम्पयुटरों के लिए मॉडम की डाटा स्तानान्तरण गति (Data Transfer rate) 300, 1200, 2400, 4800 और 9600 BPS होती हैं। आज इससे भी अधिक गति के मॉडम भी मार्केट में उपलब्ध हैं।
Related Post:- Mode of Data Transmission
मल्टीप्लेक्सर (Multiplexer)
मल्टीप्लेक्सर एक एकल संचार माध्यम हैं जिसमें दो या उससे भी अधिक कम्प्यूटर /टर्मिनलों क एक साथ डेटा भेजे व प्राप्त किये जा सकेते हैं अर्थात् मल्टीप्लेक्सर ऐसा ही एक उपकरण है जिसके माध्यम से अनेक कम्प्यूटर/ टर्मिनल एक ही समय में एक साथ एक ही संचार लाइन से डाटा प्रषित व प्राप्त कर सकते हैं। इसके अन्तर्गत संचार लाइन को इस प्रकार विभाजित किया जाता हैं, कि उसका प्रत्येक भाग एक अलग प्रकार से प्रेषक द्वारा भेजे गए डेटा को ग्रहण कर सकता है, मानो जैसे कि उससे लिए ही अलग संचार लाइन से डाटा प्रेषित व प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अन्तर्गत संचार लाइन को इस प्रकार विभाजित किया जाता हैं कि उसका प्रत्येक भाग एक अलग प्रकार से प्रेषक द्वारा भेजे गए डेटा को ग्रहण कर सकता है, मानो जैसे कि उससे लिए ही अलग संचार लाइन की व्यवस्था की गई हो। डेटा संचार की इस व्यवस्था में संचार लाइन के दोनों सिरों पर मल्टीप्लेक्सर लगे होते हैं। इसके पहले सिरे अर्थात् प्रेषक पर लगा मल्टीप्लेक्सर अनेक विभिन्न प्रकार से प्राप्त अलग- अलग इनपुट डाटा को एक साथ संचार लाइन में प्रेषक द्वारा भेजे गए डेटा को ग्रहण कर सकता हैं, मानों जैसे कि उसके लिए ही अलग संचार लाइन की व्यवस्था की गई हों।
डेटा संचार की इस व्यवस्था में संचार लाइन के दोनों सिरों पर मल्टीप्लेक्सर लगे होते है। इसके पहले सिरे अर्थात् प्रेषक पर लगा मल्टीप्लेक्सर अनेक विभिन्न प्रकार से प्राप्त अलग- अलग इनपुट डाटा को एक साथ संचार लाइ में प्रसारित करता हैं तथा दूसरा सिरा अर्थात् प्राप्तकर्ता संचार लाइन से प्राप्त हुए डाटा को अलग- अलग कर उन्हे Receiver को प्रदान कर देता हैं।
मल्टीपलेक्सर निम्नलिखित दो प्रमुख प्रकारों के साथ सूचनाओं का अदान प्रदान कर सकता हैं
फ्रीक्वेन्सी डिविजन मल्टीप्लेक्सिंग (Frequency Division Multiplexing)
संचार की इस तकनीक में सूचनाओं के आदान प्रदान को विभिन्न आवृत्तियों पर अलग अलग संचारित किया जा सकता हैं, जहाँ प्रत्येक कम्यूटर /ट्रर्मिनल के लिए अलग अलग आवृत्तियँ (Frequently) निर्धारित होती हैं अर्थात् सांर की इस तकनीक में एक संचार लाइन को उसकी कुल आवृत्तियो के आधार पर विभाजित किया जाता हैं।
उदाहरण के लिए रेडियो संचार में विभिन्न रेडियों स्टेशनों की अलग- अलग संचार आवृत्ति होती हैं। रेडियो विभिन्न स्टेशनों के सिग्नलों को प्राप्त करता हैं, परन्त कुछ स्टेशनों की आवाज स्पष्ट सुनाई देती हैं जबकि कुछ की आवाज या तो सुनाई नही देती या बहुत कम सुनाई देती है। यह सब कुछ रेडियों स्टेशनों की आवृत्ति पर निर्भर करता हैं। केबिल टी. बी. अर्थात् डिश टी.वी. भी इस प्रकार की मल्टीप्लेक्सिंग तकनीक का एक प्रमुख उदाहरण हैं।
टाइम डिविजन मल्टीप्लेक्सिंग (Time Division Multiplexing)
संचार के इस माध्यम /तकनीक में सूचनाओं को विभिन्न कम्प्यूटर/ टर्मिनलों पर एक निश्चित समय के लिए बारी- बारी से संचारित किया जाता हैं अर्थात् प्रत्येक प्रेषक को एक निश्तित समय के लिए संचार लाइन उपलब्ध करायी जाती हैं। इस अवस्था में मल्टीप्लेक्सर उपयुक्त संचार लाइन की संपूर्ण बैंडविड्थ प्रयोग कर तीव्र गति से डेटा को प्रसारित कर सकता हैं।
टाइम डिविजन मल्टीप्लेकिंसंग मे विभिन्न अर्थात् अलग अलग ट्रांसमीटर द्वारा प्रसारित किया गया डाटा/ सूचना बारी- बारी से एक श्रेणी में संचारित होता है।