इस पोस्ट मे उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh Tyohar boli की बोली और उपबोली के साथ साथ पर्व त्यौहार के बारे में भी जानकारी दिया गया है। कृपया ध्यान से पढ़ें जो आपकी प्रतियोगी परीक्षा के लिये उपयोगी है।
Uttar Pradesh Ke Vrat Tyohar boli
- लठमार होलिकोत्सव या रंगोत्सव (राजकीय
बरसाना व नंदगांव, मथुरा - हुरंगा होलिकोत्सव
दाऊजी, मथुरा - फालेन होलिकोत्सव (प्रहलाद की तरह अग्नि से बाहर निकलना)
फालेन गांव, मथुरा - चिताभस्मी होलिकोत्सव
मणिकर्णिका घाट, काशी - यमुना महोत्सव (चैत्र छठ, विश्वामघाट), कृष्णोत्सव
मथुरा - सरयू महोत्सव व दीपोत्सव
अयोध्या धाम - सोन महोत्सव
सोनभद्र - कजरी महोत्सव
मिर्जापुर
उत्तर प्रदेश के उत्सव Uttar Pradesh Ke Vrat Tyohar boli
- कबीर उत्सव मगहर महोत्सव
मगहर (सन्त कबीरनगर) - सरधाना महोत्सव
मेरठ - शापिंग फेस्टिवल
नोएडा (गौ.बु.न.) - बुद्ध महोत्सव
सारनाथ (वाराणसी) - कम्पिल उत्सव (जैन मंदिरों में)
फर्रूखाबाद - गंगा बाटर रैली उत्सव
प्रयागराज-वाराणसी - अमीर खुसरो महोत्सव
पटियाली (कासगंज) - कौमी एकता सप्ताह मनाया जाता है
19 से 25 नवम्बर
उत्तर प्रदेश के पर्व/त्यौहार/व्रत Uttar Pradesh Tyohar boli
- मकर संक्रांति या खिचड़ी, षटतिला एकादशी, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी (सरस्वती पूजा), महाशिवरात्रि, लठमार होली, होली, बसन्तोत्सव, चैत नवरात्रि, रामनवमी (महानवमी), अक्षय तृतीया, वैशाखी, गंगा दशहरा, अन्नकूट, राधाष्टमी, दशहरा, श्रीराम-बलराम रथोत्सव, हरियाली तीज, ललही छठ, नागपंचमी, श्रावणी या रक्षाबन्धन, गणेश चतुर्दशी, कृष्ण जन्माष्टमी, तीज, नवरात्रि, दीपावली, भैयादूज, गोवर्द्धन पूजा, झूलेलाल जयंती, पितृ विर्सजन, गुरु पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा, कार्तिक पूर्णिमा, करवा चौथ, छठ, अक्षय नवमी, जीवित्पुत्रिका व्रत, बुढ़वा मंगल, अनंत चतुर्दशी, देवोत्थान एकादशी आदि पर्व व त्यौहार हैं
हिन्दू लोगों के - रमजान, ईदुलजुहा, मोहर्रम, इदुलफितर, बारावफात, शबेबरात, रोजा हजारा, चेहल्लुम, शबेकदर आदि त्यौहार हैं
मुस्लिम लोगों के - वैशाखी, गुरु नानक जयन्ती, गुरु गोविन्द सिंह जयन्ती व गुरु अर्जुन देव जयन्ती व बलिदान दिवस, लोहड़ी-भोगी आदि त्यौहार/पर्व हैं
सिक्ख लोगों के
यूपी के व्रत त्योहार
- महावीर जयन्ती, सांवत्सरी पंचमी, कोकिला पंचमी, श्रुति पंचमी, चौमासी चौदस, मेरू त्रयोदशी, ओली, पौष दशमी, पार्श्वनाथ जयन्ती, पर्यषण पर्व आदि पर्व/त्यौहार हैं
जैन लोगों के - गुड फ्राइडे, ईस्टर, क्रिसमस, नववर्ष दिवस, इस्टर सण्डे, होली थर्सडे, मां बेलांकनी पर्व आदि त्यौहार पर्व हैं
ईसाई लोगों के - बुद्ध पूर्णिमा (बुद्ध जयन्ती) त्यौहार है
बौद्ध लोगों के
चलचित्र (Uttar Pradesh Tyohar boli )
- राज्य में टी.वी. सेवा की शुरूआत
1975 में लखनऊ से - भारत की पहली बोलती फिल्म आलमआरा के निर्देशक थे
बी. पी. मिश्रा (देवरिया) - उत्तर प्रदेश चलचित्र निगम की स्थापना
1775 में - उत्तर प्रदेश सरकार की प्रथम तथा नई फिल्म नीतियां क्रमश
2001, 2018 व 2023 में
• फिल्म बन्धु उ० प्र० एवं फिल्म विकास परिषद का गठन
2001 में - राज्य में कुल दूरदर्शन केन्द्र
3 - राज्य में कुल आकाशवाणी केन्द्र
13
- राज्य में कुल डाकघर (2019-20)
17670
प्रदेश में प्रयुक्त भाषा/बोलियां
- प्रदेश में हिन्दी को राजभाषा के रुप में स्वीकार किया गया
अक्टूबर 1947 से
• प्रदेश के कार्यालयों में राजभाषा हिन्दी को अनिवार्य किया गया
26 जनवरी, 1968 से
• सात प्रयोजनों हेतु उर्दू को राज्य की द्वितीय राजभाषा घोषित किया गया
1989 से - हिन्दी की उपभाषाएँ
5 ( पश्चिमी, पूर्वी, पहाड़ी, बिहारी व राजस्थानी हिन्दी ) - उपभाषा पश्चिमी हिन्दी की बोलियां
6 (खड़ी बोली, ब्रज, बांगरू, बुन्देली, कन्नौजी व दक्षिणी हिन्दी) - उपभाषा पूर्वी हिन्दी की बोलियां
3 (अवधी, बघेली व छत्तीसगढ़ी) - उपभाषा पहाड़ी हिन्दी की बोलियां
2 ( गढ़वाली व कुमायूँनी) - उपभाषा बिहारी हिन्दी की बोलियां
3 ( भोजपुरी, मैथिली व मगही) - उपभाषा राजस्थानी हिन्दी की बोलियां
4 (मारवाड़ी, मेवाती, मालवी व ढूँढाड़ी) - उ.प्र. में बोली जाने वाली उपबोलियां
खड़ी, ब्रज, बुन्देली, कन्नौजी, अवधी, बघेली व भोजपुरी - खड़ी बोली का विकास शौरसेनी से हुआ है। इसके अन्य नाम हैं
कौरवी, हिन्दुस्तानी, नागरी व सर हिन्दी
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Uttar Pradesh me kitni boliya hai
- वर्तमान साहित्यिक हिन्दी (सामान्य हिन्दी) और उर्दू आधारित हैं
खड़ी बोली पर - खड़ी बोली का क्षेत्र है
पूर्वी दिल्ली, मेरठ, बागपत, मुजफ्फर नगर, शामली, सहारनपुर, गाजियाबाद, हापुड़, गौ.बु.न., बुलन्दशहर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल व रामपुर - ब्रजभाषा का भी विकास शौरसेनी से हुआ है। इसका क्षेत्र है
मथुरा, अलीगढ़, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, पूर्वी फिरोजाबाद, मैनपुरी, बदायूं, बरेली। - कन्नौजी और ब्रजभाषा में काफी समानता है। इसका क्षेत्र है
कन्नौज, इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद, शाहजहाँपुर, हरदोई, पीलीभीत, कानपुर देहात, कानपुर - अवधी का विकास मागधी से हुआ है। इसकी उपबोलियां हैं
बैसवाडी, मिर्जापुरी व बनौधी - अवधी का क्षेत्र है
अयोध्या, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर, सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, मिर्जापुर (अंशतः) - भोजपुरी का विकास अर्धमागधी से हुआ है इसका मुख्य केन्द्र है
भोजपुर बिहार
Bhojpuri kaha kaha boli jati hai (Uttar Pradesh Tyohar boli )
- प्रदेश में सबसे अधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली उपबोली भोजपुरी है। इसका क्षेत्र है
मिर्जापुर, चन्दौली, सं. रविदास नगर, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ, बलिया, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, महराजगंज, सं. कबीर न., सिर्द्धनगर - बुन्देली का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है इसका क्षेत्र है
झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट - बघेली का विकास अर्धमागधी अपभ्रंश से हुआ है इसका मुख्य केन्द्र है
रीवा (म.प्र.) - प्रदेश में सबसे कम लोगों द्वारा बोली जाने वाली उपबोली बघेली का क्षेत्र है
बांदा, चित्रकूट, प्रयाग. मिर्जापुर तथा सोनभद्र के म.प्र. से लगे कुछ भाग
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