Author name: pdf

श्रीमद्भगवद् गीता प्रथम अध्याय

प्रिय दोस्तो, भाईयों एवं बहनों मैं आप लोगो को  श्रीमद्भगवदगीता के श्लोक, व्याख्या सहित इस वेवसाइट पर उपलब्ध कराऊँगी। श्रीमद्भगवद्

श्रीमद्भगवद् गीता प्रथम अध्याय Read More »

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय -2 में श्रीकृष्ण अर्जुन से क्या कहते हैं

अशोच्यान्नवशोचस्त्वं प्रज्ञावादांश्च  भाषसे । गतासूनगातासूंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः महाभारत के युध्द के समय अर्जुन अपने पूजनीय भीष्म पितामह और गुरू द्रोणाचार्य

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय -2 में श्रीकृष्ण अर्जुन से क्या कहते हैं Read More »

श्रीमद्भगवदगीता अनुसार ब्राम्ही स्थिति का स्वरूप / विदेहमुक्ति का स्वरूप

विदेहमुक्ति का स्वरूप/ ब्राम्ही स्वरुप गीता में आदर्श पुरूष उसी को बताया गया है जो संसार का त्याग नहीं करता

श्रीमद्भगवदगीता अनुसार ब्राम्ही स्थिति का स्वरूप / विदेहमुक्ति का स्वरूप Read More »

श्रीमदभगदगीता का अध्याय दो योग कर्मसु कौशलम , कर्मयोग निष्काम विस्तृत व्याख्या

महाभारत में नीति, ब्रह्य और आत्मा विषयक सूत्र सर्वत्र बिखरे पड़े है। श्रीमदभगवदगीता उन्हीं का सञ्चित रूप है। श्री कृष्ण

श्रीमदभगदगीता का अध्याय दो योग कर्मसु कौशलम , कर्मयोग निष्काम विस्तृत व्याख्या Read More »

Scroll to Top