अगर आप पर्यायवाची शब्द Paryayvachi Shabd खोज रहे हैं तो आप सही साइट पर आ चुके हैं। इस पोस्ट में में आपके लिये बहुत सारे पर्यायवाची शब्द की सूची अर्थ सहित उपलब्ध करवाऊँगा। आज के समय में व्याकरण विषय का सबसे महत्वपूर्ण चैप्टर पर्यायवाची शब्द हो चुका है।
इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों में होने वाली बोर्ड परीक्षा में पर्यायवाची शब्द Paryayvachi Shabd से प्रश्न पूछे जाते हैं। सरकारी नौकरियों में भी होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में इस तरह के शब्दों का समावेश ज्यादा रहता है।
Paryayvachi Shabd (पर्यायवाची शब्द)
पर्याय का अर्थ है समान । इस प्रकार समान अर्थ का बोध कराने वाले शब्द के ‘पर्यायवाची’ या ‘समानार्थी ’ शब्द कहते है। भाषा में पर्यायवाची शब्दों की अधिकता उसकी समृध्दि का द्योतक है। संस्कृत भाषा इस दृष्टि से सर्वाधिक समय भाषा है। हिन्दी ने संस्कृत के तत्सम पर्यायवाची शब्दों को ग्रहण कर अपने शब्द -भंण्ड़ार की वृध्दि कर ली है। महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्दों को वर्णक्रम से प्रस्तुत किया जा रहा है।
Free PDF Download
( अ ) से पर्यायवाची शब्द
अंग – अंश, अवयव, हिस्सा, भाग।
अग्नि- पावक, ज्वाला, अनल, दहन, वहि,वैश्वानर, धूमकेतु, कृशानु, जातदेव।
अनुपम – अपूर्व, अद्वितीय, अदभुत, अतुल, अनोखा।
अरण्य – जंगल, वन, कानन, अटवी, कान्तार, विपिन।
अश्व – तुरंग, हय, घोड़ा, घोटक, बाजि, सैन्धव।
असुर – दनुज, दानव, दैत्य, राक्षस, तमीचर, निशाचर, निश्चर, सुरारि, रजनीचर, यातुधान, इन्द्रारि।
( आ ) से पर्यायवाची शब्द
आँख – नयन, दृग, लोचन, चक्षु, नेत्र, अक्षि।
आँगन – अँगना, अजिर, प्राग्ड़ण।
आकाश – गगन, नभ, अम्बर, ब्योम, अन्तरिक्ष, अनन्त, आसमान,शून्य, पुष्कर, अभ्र, द्यौ, तारापथ।
आनन्द – सुख, हर्ष, प्रसन्नता, प्रमोद, उल्लास, आह्वाद।
आम – आम्र, रसाल, पिकबन्धु, सहकार, अतिसौरभ, अमृतफल।
( इ ई ) से Paryayvachi Shabd
इन्द्र – सरपति, देवराज, महेन्द्र, मधवा, शचीपति, पुरन्दर, सुरेश, देवेन्द्र, मेघवाहन, पाकशासन, यासव।
इन्द्राणि – इन्द्रवधू, इन्द्राणी, मधवानी, शची, शतावरी, पोलोमी।
ईश्वर – परमात्मा, परमेश्वर, भगवान्, ब्रम्हा, जगदीश, अगोचर, अनन्त, जगन्नथ, परमेश, जगतप्रभु,
( क) से शुरु होने वाले सभी पर्यायवाची शब्द
कपड़ा – चीर, बसन, पट, अम्बर, वस्त्र, परिधान, ।
कामदेव – काम, मदन, मनोज, मयन, अनंग,पंचशर, मन्थन, रतिपति, मनसिज, पुष्पधन्या, स्मर, मीनकेतु, मकरध्वज।
कार्तिकेय – कुमार , षडानन, शरभव, स्कन्द।
किरण – रश्मि, मयूख, मरीचि, अंशु, कर।
कुबेर – अनद, यक्षराज, धनाधिप, किन्नरेश, राजराज।
कोकिल – कोयल, पुक, वसन्तदूत, कोकिला, परभूत।
कपोत – कबूतर, हारीत, रक्तलोचन।
कुत्ता – श्वा, श्वान, कुक्कुर, शुनक, सारमेव।
कृष्ण – मोहन, मुरारी, गोपाल, गिरिधर, केशव, वासुदेव, नन्दनन्दन, राधारमण, दामोदर, ब्रजवल्लभ, गोपीनाथ, मुरलीधर, द्वारिकाधीश, यदुनन्दन, कंसारि, बंशीधर।
काल्पद्रुप – देवद्रुम, कल्पवृक्ष, पारिजात, मन्दार, हिचन्दन।
काक – कौआ, वायस, काग, करठ, पिशुन।
कृपा – दया, अनुग्रह, अनुकम्पा।
क्रोध – कोप, रोष, अमर्ष, गुस्सा, आक्रोश।
( ख ) से शुरु होने वाले पर्यायवाची शब्द
खंभा – स्तूप, स्तम्भ, खंभ।
खल – दुर्जन, दुष्ट, धूर्त, कुटिल।
खून – रक्त, लहू, शोणित, रूधिर।
( ग ) से शब्द
गंगा – सुरसरि, सुरसरिता, अमरतरंगिनी, भागीरथी, मंदाकिनी, देवनदी, जाह्नवी, देवपगा, त्रिपथगा, विष्णुनदी, नदीश्वरी, ।
गणेश – गणपति, गजबदन, गजानन, लम्बोदर, एकदन्त, भगवानीनन्दन, वक्रतुण्ड, गौरीसुत, मोदकप्रिय, विनायक।
गाय – गौ, धेनु, सुरभि, गौरी, भद्रा, दोग्धी।
( घ )
घट – घड़ा, कलश, कुम्भ, निप।
घृत – घी, अमृत, नवनीत।
घास – तृण, दूर्वा, दूब, कुश, शाद।
( च )
चतुर – विज्ञ, निपुण, नागर, पदु, कुशल, दक्ष, प्रवीण, योग्य। |
( ज )
जल – पानी, नीर, अम्बु, सलिल, अमृत, तोय, उदक, वारि। |
( झ )
झरना – उत्म, स्त्रोत, प्रपात, निर्झर, प्रस्त्रवण। |
( त) तरकस – तूण, तूणीर, त्रोण, निषंग, इषुधी। तलवार – असि, करवाल, चन्द्रहास, खड्ग, कृपाल, शमशीर। तिमिर – तम, अंधकार, अंधेरा, तमिस्त्रा। तीर – शर, बाण, सायक, नाराच, शिलीमुख। तोता – शुक, कीर, सुआ, सुग्गा, रक्ततुण्ड, दाड़िमप्रिय। |
( द )
दाँत – दन्त, दशन, द्विज, रद, रदन।
दिन – दिन, दिया, दिवस, वासर।
दीन- दरिद्र, रंक, कंगाल, अकिंचन, निर्धन, ।
दूध – दुग्ध, पय, क्षीर, अमृत।
देव – अमर, दोवता, सुर, निर्जर, वृन्दारक, आदित्य।
द्रव्य – धन, सम्पति, दौलत, विभूति, सम्पदा, वित्त।
( ध )
धरती – भू, धरा, पृथ्वी, अवनि, वसुधा, वसुन्धरा, मेदिनी, इला, भूमि, धरणी, धरित्री, जगती, उर्वी।
( न )
नदी – सरिता, तटनी, तरंगिनी, आपगा, निर्झरिणी, निम्नगा, वाहिनी।
नर्क – यमलोक, यमपुर, नरक, यमालय।
नर – जन, मानव, मनुष्य, पुरूष, मर्त्य, मनुज।
( प )
पति – नाथ, स्वामी, कांत, भर्ता, वल्लभ, आर्यपुत्र, ईश।
पत्नी – कान्ता, भार्या, वल्लभा, अर्ध्दागिनी, त्रिया, वामा, दारा, गृहिणी, बहु, वधू, कलत्र, तिय, प्राणप्रिय, जाया।
पत्थर – पाहन, पाषाण, प्रस्तर, उपल।
पथ – मग, मार्ग, राह, पंथ, रास्ता।
पर्वत – पहाड़, गिरिजा, शैल, अचल,नग, भूधर, महिधर, धराधर।
पिता – जनक, तात, पितृ, बाप।
पुत्री – बेटी, सुता, तनया, आत्मजा, नन्दनी, तनुजा,दुहिता।
पुष्प – प्रसून, गुल, सुमन, कुसुम, फूल।
प्रकाश – ज्योति, चमक, प्रभा, छवि, द्युति।
पेड़ – तरू, द्रुम, वृक्ष, पादप, रूक्ष ।
पैर – पाँव, पद, चरण, पाद, पग।
पक्षी – विहग, विहंग, खग, पखेरू, परिन्द, द्विज, पतंग।
( ब )
बगीचा- बाग, वाटिका, उपवन, उद्यान, फुलवारी।
बन्दर- कपि, मर्कट, कीश, बानर, हरि, शाखामृग।
बाल – कच, केश, चिकुर, चूह।
बिजली- चपला, चंचला, दामिनी, सौदामिनी, तड़ित, विद्युत, वीजुरी, क्षणप्रभा, घनवल्ली, करका।
बहुत – अनेक, अतीव, अति, बहुल, प्रचुर, अपरिमित, प्रभूत, अपार, अमित, अत्यन्त, असंख्य।
ब्राम्हण – द्विज, भूदव, विप्र, महीदेव, भूमिसुर, भूमिदेव।
( भ )
भाई – तात, अनुज, अग्रज, भ्राता, भ्रातृ।
( म )
मछली- मत्स्य, मीन, झख, सफरी, जलजीवन।
मदिरा – शराब, मद्य, मधु, हाला, आसव, वारूणी, सुरा।
मनुष्य- नर, मानव, मनुज, मानुष, जन, आदमी।
महादेव – शिव, शम्भू, शंकर, कौलाशनाथ, उमापति,त्रिलोचन, महेश, आशुतोष, चन्द्रशेखर, पशुपति।
मूँगा- प्रवाल, रक्तांग, विद्रुम, रक्तमणि।
मैना – सारी, सारिका, त्रिलोचना, मधुरालाषा, कहहप्रिया।
मूढ़ – मूर्ख, अज्ञानी, निर्बुध्दी, जड़, गंवार।
मीत – सहचर, सखा, सुहद, सपक्ष, मित्र, साथी।
मरण – निधन, मौत, देहान्त, देहावसान, पंचतत्व, मृत्यु।
मग – पन्थ, मार्ग, बाट, पथ, राह।
मोक्ष – मुक्ति, कैवल्य, अपवर्ग, परमधाम, परमपद, सदगति, निर्वाण।
मुर्गा – तमचूक, अरूणशिखा, ताम्रचूड़, कुक्कुट।
मेघ – घन, बादल, वारिद, नीरद, अम्बुद, पयोद, जलद, जगजीवन, अभ्र।
माँ – अम्बा, अम्बिका, अम्मा, जननी, धात्री।
( य )
यमुना – कालिन्दी, सूर्यसुता, रवितनया, तरणि-तनूजा, तरणिजा, आर्कजा, भनुजा।
युवती – सुन्दरी, श्यामा, किशोरी, तरूणी, नवयौवना।
( र )
रक्त – खून, लहू, रूधिर, शोणित, लोहित।
रात्रि – निशा, क्षया, रैन, रात, यामिनी, शर्वरी, तमस्विनी, विभावरी।
रामचन्द्र – अवधेश, सीतापति, राघव, रघुवर, रघुनाथ, रघुराज, रघुबीर, रावणरि, जानकीवल्लभ, कमलेन्द्र, कौशल्यानन्दन।
रावण – दशानन, लंकेश, लंकापति, दशशीश, दशकंध, दैत्येन्द्र।
राधिका – राधा, ब्रजरानी, हरिप्रिया, वृषभानुजा।
( ल )
लड़का – बालक, शिशु, सुत, किशोर, कुमार।
लड़की – बालिका, कुमारी, सुता, किशोरी, बाला।
लता – बल्लरी, बल्ली, बेला।
लौह – लौह, आयस, लोहा, सार।
( व )
वर्षा – पावस, बरसात, वर्षण, वृष्टि, बारिश, ।
वसन्त – मधुमास, माधव, कुसुमाकर, ऋतुराज।
विष्णु – माधव, केशव, गोविन्द, चतुर्भुज, उपेन्द्र, दामोदर, पीताम्बर, जनार्दन, चक्रपाण, विश्वम्भर, लक्ष्मीपति, नारायण, मधुरिपु।
वीर्य – जीवन, सार, तेज, शुक्र,बीज।
वज्र – कुलिस, पवि, अशनि, दभोलि।
( स )
सर्प – अहि, नाग, भुजंग, विषधर, ब्याल, उरग, पन्नग, साँप, सांरग।
समुद्र – सागर, सिन्धु, उदधि, नदीश, वारीश, अम्बुधि, नीरिनिधि, रत्नकर, पयोनिधि, अर्णव, तोयनिधि, सरित्पति।
सूर्य – दिनकर, रवि, भानु, भास्कर, अर्क, तरणि, पतंग, आदित्य, सविता, हंस, अंशुमाली, मार्तण्ड।
समूद्र – दल, झुण्ड, समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, वृन्द, गण, संघ, समुच्चय।
सिंह – शेर, केहरि, मृगन्द्र, मृगराज, केशरी, नखायुध, बहुबल, व्याघ्र, वनराज, शार्दूल, हरि।
सन्ध्या – सायंकाल, शाम, साँझ, प्रदोषकाल, गोधूलि।
स्वर्ग – सुरलोक, देवलोक, दिव्य, ब्रम्हाधाम, द्यौ।
सीता – वैदेही, जानकी, भूमिजा, जनकतनया, जनकनन्दिनी, रामप्रिया।
सहेली – आली, सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्र।
संसार – लोक, जग, जहान, जगत, विश्व ।
समीप – सन्निकट, आसन्न, निकट, पास।
सेना – ऊनी, कटक, दल, चमू, अनीक, अनीकिनी।
साधु – सज्जन, भद्र, सभ्य, शिष्ट, कुलीन।
सगर्भ – बन्धु, भाई, सजात, सहोदर, भ्राता, सोदर।
सगर्भा – सजाता, सहोदरा, बहिन, सोदरा, भगिन।
( श )
शत्रु – विपक्षी, अरि, प्रतिपक्षी, बैरी, अमित्र, रिपु।
शेषनाग – अहि, नाग, भुजगं, ब्याल, उरग, पन्नग, फणीश, सारंग।
शुभ्र – गौर, श्वेत , अमल, वलक्ष, धवल, शुक्ल, अवदाता। ।
शहद – पुष्परस, मधु, आसव, रस, मकरन्द।
( ह )
हस्त – हाथ, कर, पाणि, बाहु, भुजा।
हाथी – कुंजर, गज, हस्ति, करि, नाग, मतंग, दन्ती, वारण।
हिमालय – नगपति, हिमपति, नगराज, हिमाद्रि, हिमगिरि, गिरिराज।
हिरण – सुरभी, कुरग, मृग, सारंग हिरन।
होंठ – ओष्ठ, ओंठ, अधर।
हनुमान – पवनसुत, पवनकुमार, महावीर, रामदूत, मारूततनय, मारूतनंदन।
हंस – कलकंठ, मराल, सिपपक्ष, मानसौक, सरस्वती वाहन।
Conclusion: दोस्तों आज का यह पोस्ट कैसा लगा कमेन्ट में जरुर बताईयेगा। में आपके कमेन्ट का जवाब जरुर दूँगा।